हैदराबाद डॉक्टर गैंगरेप-मर्डर: जेल में चारों दरिंदों को डिनर में मिली ये डिश
तेलंगाना के हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ पहले गैंगरेप फिर निर्ममता पूर्वक हत्या से पूरा देश सहम गया है। तेलंगाना के साथ-साथ पूरे देश में गुस्सा है। लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। लोग आरोपियों को तुरंत फांसी पर लटकाने की मांग कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ चारों आरोपियों को चेरापल्ली सेंट्रल जेल में कड़ी सुरक्षा वाली कोठरियों में अकेले रखा गया है। इसके साथ ही उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़ी निगरानी रखी जा रही है। आरोपियों को रविवार को लंच में चावल-दाल और डिनर में मटन करी दिया गया। हालांकि ये खाना जेल मैन्यूअल के हिसाब से ही दिया गया है।
48 घंटे के अंदर हो गए थे चारों आरोपी गिरफ्तार वारदात के 48 घंटे के अंदर ही पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। मामले की गुत्थी सुलझाने में सफलता हाथ लगी। इस मामले पहला सुराग एक टायर मेकैनिक से मिला। दरअसल, पीड़िता की बहन ने पुलिस को बताया था कि उनकी गाड़ी खराब हो गई थी और तब मदद करने के लिए कुछ अनजान लोग आए थे। पुलिस को एक मेकैनिक ने बताया कि कोई पंक्चर टायर में हवा भरवाने के लिए लाल रंग की स्कूटी लाया था।
सीसीटीवी कैमरे से हुई ट्रक की पहचान
इसके बाद रास्ते के सीसीटीवी खंगाले गए। जांच करने पर दो आरोपी स्कूटी के साथ दिखे। दूसरे फुटेज में एक ट्रक काफी वक्त तक सड़क पर खड़ा दिखा, लेकिन उसका रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं दिख सका। पुलिस ने जब पीछे करके फुटेज देखा तो पाया कि ट्रक को घटना से छह से सात घंटे पहले लाकर वहां खड़ा कर दिया गया था। जिससे उसके मालिक श्रीनिवास रेड्डी से संपर्क किया गया। उसने सीसीटीवी में स्कूटर के साथ दिखे शख्स को तो नहीं पहचान सका, लेकिन बताया कि ट्रक आरिफ के पास था।
लाश पूरी तरह जली या नहीं, ये देखने वापस आए थे आरोपी गैंगरेप और फिर हत्या के बाद डॉक्टर को अंडरपास के नीचे जलाने के बाद वहां से फरार आरोपी वापसा आए थे। वो ये चेक करने के लिए आए कि शव ठीक से जली या नहीं और कहीं मौके पर कोई सबूत न रह गया हो। उन्होंने सबूत मिटाने के मकसद से आसपास के इलाकों का कई बार चक्कर भी काटा था। इतना ही नहीं आरोपी कुछ दूर जाकर काफी देर तक लाश को जलता हुए देख रहे थे।