क्या बीजेपी के यूनुस खान कर पाएंगे पायलट की फ्लाइट खराब?
जैसे-जैसे चुनाव नज़दीक आते जा रहे है हर रोज चुनावी गठजोड़ बदलते ही जा रहे है और हर राजनैतिक पार्टी अपनी तरफ से लगातार कड़े कड़े उम्मीदवारों की घोषणा कर रही है।औऱ इसी के चलते अगर हम राजस्थान की बात करें तो कांग्रेस नें अभी हाल ही में वसुंधरा राजे के खिलाफ मानवेंद्र सिंह को उतारकर बीजेपी को बड़ा झटका दिया था और इसके बाद अब आज बीजेपी नें भी सचिन पायलट के खिलाफ वसुंधरा राजे के केबिनेट के नंबर दो के मंत्री यूनुस खान को उतारा है जिसके बाद यह हर तरफ सवाल उठ रहा है कि क्या यूनूस खान सचिन पायलट को हरा पाएंगे या नहीं।
राजस्थान की वसुंधरा सरकार में नंबर दो की हैसियत रखने वाले कैबिनेट मंत्री यूनुस खान को टोंक विधानसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतारा गया है। खान विधानसभा चुनाव 2018 में बीजेपी की तरफ से उतारे गए एकमात्र मुस्लिम उम्मीदवार हैं।
पिछले सात दिनों के दौरान बीजेपी की ओर से जारी चार सूचियाें में एक भी मुस्लिम को जगह नहीं दी गई। आखिर नामांकन के अंतिम दिन सोमवार को पांचवीं और अंतिम सूची में यूनुस खान को टिकट दिया गया। सात दिन की कशमकश के बाद यूनुस खान को टिकट तो मिला, लेकिन इसके पीछे वजह मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की जिद रही या सचिन पायलट के सामने किसी जिताऊ प्रत्याशी को मैदान में उतारने की बीजेपी की रणनीति, कहना मुश्किल है।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और सीएम पद की उम्मीदवारी के प्रबल दावेदार सचिन पायलट को घेरने के लिए यूनुस खान को बीजेपी का ट्रंप कार्ड माना जा रहा है। यूनुस को टोंक के लिए पूर्व में घोषित उम्मीदवार अजीत सिंह मेहता को हटाकर मैदान में उतारा गया है। बीजेपी ने झालरापटन में वसुंधरा राजे के खिलाफ कांग्रेस की ओर से उतारे गए मानवेंद्र सिंह के जवाब में यह कदम उठाया है। हालांकि, बीजेपी के इस जिताऊ विधायक का टोंक से पायलट के सामने जीत कर आना आसान नहीं होगा, खासतौर पर तब जबकि मुस्लिम समाज के विभिन्न संगठन खुलेआम कांग्रेस को समर्थन की घोषणा कर चुके हैं।
खैर अब देखना होगा की बीजेपी का एकमात्र मुस्लिम उम्मीदवार यूनुस खान सचिन पायलट को हरा पाते है या नहीं।