क्रिकेट में छाया मिताली ‘राज’,विराट कोहली और रोहित शर्मा को भी पीछे छोड़ा
आईसीसी का वूमन टी20 वर्ल्ड कप चल रहा है और इस कप में भारत बेहद ही अच्छा प्रदर्शन कर रहा है है कल भारत नें आयरलैंड को बुरी तरह से हरा कर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है।इस मैंच में भारतीय कप्तान मिताली राज नें एक बेहतरीन पारी खेलते हुए 51 रन बनाए और भारत को जीत दर्ज की है। मिताली की बात करें तो उन्होंनें प्रदर्शन से दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली और रोहित को भी पीछे छोड़ दिया है।
रोहित शर्मा और विराट कोहली को टी-20 का टॉप बल्लेबाज माना जाता है, लेकिन रेकॉर्ड पर नजर डालें तो भारत की ओर से इंटरनैशनल क्रिकेट में सबसे अधिक रन बनाने मामले में ये दोनों ही बल्लेबाज महिला क्रिकेटर मिताली राज से पीछे हैं। महिला क्रिकेट टीम की ‘सचिन तेंडुलकर’ कही जाने वाली मिताली राज के नाम टी-20 इंटरनैशनल में 2283 रन दर्ज हैं, जबकि रोहित शर्मा के नाम 2207 रन हैं। रोहित पुरुष क्रिकेट में सबसे अधिक रन बनाने के मामले में दूसरे नंबर पर हैं, जबकि भारत की ओर से टॉप बल्लेबाज हैं।
यही नहीं, रोचक बात यह है कि मिताली राज ने रोहित के बराबर 80 इनिंग खेली हैं और ज्यादा रन बनाए हैं। महिला और पुरुष क्रिकेट में भारत की टॉप बल्लेबाज हैं। उन्होंने महिला वर्ल्ड टी-20 में पाकिस्तान के खिलाफ खेली गई 56 रनों की पारी के दौरान रोहित को पीछे छोड़ा। महिला क्रिकेट की बात की जाए तो मिताली चौथे नंबर पर हैं। उनसे आगे न्यू जीलैंड की सूजी बेट्स (2996), वेस्ट इंडीज की स्टेफनी टेलर (2691) और इंग्लैंड की एडवर्ड (2605) हैं।
मिताली के नाम 17 फिफ्टी दर्ज हैं, रोहित शर्मा ने 4 शतक और 15 अर्धशतक लगाए हैं। इंटरनैशनल लेवल पर टी-20 में सबसे अधिक रनों (महिला और पुरुष) के मामले में भारत की ओर से तीसरे नंबर पर विराट कोहली हैं। उन्होंने 58 पारियों में 2102 रन बनाए हैं। इसके बाद महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर का नंबर आता है। 5वें नंबर पर सुरेश रैना हैं, जबकि छठे नंबर पर धोनी हैं।
T20 इंटरनैशनल में भारत के लिए सबसे अधिक रन (महिला और पुरुष)
बल्लेबाज | रन | पारी |
मिताली राज | 2283 | 80 |
रोहित शर्मा | 2207 | 80 |
विराट कोहली | 2102 | 58 |
हरमनप्रीत कौर | 1827 | 80 |
सुरेश रैना | 1605 | 66 |
एमएस धोनी | 1487 | 80 |
खैर हमारे देश में महिला टीम इतना अच्छा प्रदर्शन कर रही है लेकिन फिर भी सरकार और देश उनकों आज भी उतना प्यार और सपोर्ट नहीं देता है जितना उनको मिलना चाहिये,यहां तक की बीसीसीआई में महिला खिलाड़ियों की फीस भी बहुत कम है।